आपके भीतर विराजमान देवी जया और विजया का पर्व है विजयादशमी। यह आपके सप्त सुप्त चक्रों पर आसीन नौ आंतरिक शक्तियों के बोध का काल है।
अश्विन माह की दशमी को तारा उदय होने से दशहरे पर सर्वकार्य सिद्धिदायक विजय योग बनता है। स्वयं की दसों इन्द्रियों पर विजय पाना ही दशहरा है। ख़ुद को जीतने वाला ही दशरथ है।…

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  • !!🌹🌹जय गुरुदेव🌹🌹!!
    !!🌹🌹जय सदगुरु श्री🌹🌹!!
  • सद्गुरू श्री आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ⚘⚘⚘⚘🙏
  • 🙏🙏🙏♥️🌹
  • 🙏🙏
  • Jai guru Dev

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