कालरात्रि सहस्त्रार चक्र की प्राथमिक शक्ति का नाम है। यह सहस्त्रार चक्र का निचला बल है, जो अपने शस्त्र कृपाण से हमारे बन्धनों को काट कर, काल (समय) जिन्हें इस जगत का ईश्वर भी कहा जाता है, की सहमति और कृपा प्रदान करके सुरत यानी आत्मा को इस स्थूल शरीर से परे जाने के लिए प्रेरित करती है।
-सदगुरुश्री


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