तुम तैर सकते हो फिर भी बिना सीखे नही तैर पाते। क्यों?? क्योंकि तुम अपने तैराकी गुणों से परिचित नहीं हो। यदि कोई गुरु मिल जाये तो तो तुम भी सीख जाओगे। सीखकर तुम भी मछलियों की तरह तैरने लगोगे। पर जिन्हे गुरु नही मिले, जिन्होने सीखा नही या सीख ना सके…, उनके लिये तो तैरना असंभव ही है न! वो तो डूब ही जायेंगे। यही नियम जगत के भवसागर के लिए भी लागू है।
-सदगुरुश्री
- Jaigurudev 🙏 🙏
- सतगुरु जय गुरुदेव कोटी कोटी प्रणम मेरे सतगुरु की चरणो मे 🌺🌺👏👏
- Jai Gurudev
- सदगुरु श्री के पावन चरणों में सादर प्रणाम
- Jai gurudev