प्रश्न- परम पूज्य सदगुरुश्री, शिव, शंभु और शंकर में क्या अंतर है? क्या ये तीनों एक हैं, या पृथक।

उत्तर-जयगुरुदेव। नहीं शिव, शंकर और शंभो या शंभु एक नहीं सृष्टि की भिन्न भिन्न शक्तियाँ हैं। जब आप ध्यान और भजन में उतरोगे, तब ही इसे भली प्रकार समझ सकोगे। जड़ बुद्धि से इस रहस्य को समझना सुगम नहीं है। फिर भी प्रयास करता हूं।

शिव आपकी आत्मिक ऊर्जा यानी आत्मा की शक्ति का नाम है। इसे आप अपना बल मान लें, बल का बोध समझ लें। जैसे आपका दैहिक बल आपके हाथ, पैर, वाणी और मस्तिष्क के द्वारा परिलक्षित होता है। जब आत्मा नीचे उतारी गयी, तब उसे अपने शिवत्व का बोध था। लेकिन कर्मों के झमेले में उलझा कर, मन, बुद्धि, चित्त और अहंकार में फंसा कर आपको आपकी शक्ति यानी शिव से विमुख कर दिया गया। अब आपसे आपका शिवत्व विस्मृत हो गया। ध्यान-भजन में आप अपने भीतर के शिव को ही तो जगाते हो।

शंकर यानी महेश सृष्टि की तीन मुख्य प्रशासनिक शक्ति का हिस्सा है, जिसकी रिपोर्टिंग आद्या महाशक्ति को है, जिसे जन भाषा में शक्ति कहा जाता है। ब्रह्मा, और विष्णु के साथ शंकर सृष्टि संचालन के मुख्य कार्याधिकारी हैं। इसीलिए इन्हें महा ईश यानी महेश कहा जाता है। महेश ही शंकर हैं। शन+आकार अर्थात आकार बदलने वाला। आकार और देह बदलने की प्रक्रिया का मुख्य अधिकारी होने के कारण लोग भूल वश इन्हें संहार का देव समझते हैं। पर ये तो पुनर्निर्माण की प्रक्रिया के संचालक हैं। आपको एक देह से दूसरे देह तक की यात्रा के यही तो मुखिया हैं। यम नहीं। यम को आप इनका मैनेजर समझ लें। और यमदूतों को इनके कर्मचारी।

शंभु, रही बात शंभु की तो वो ऊर्जा के द्वी अंगों में से एक है। ऊर्जा सकारात्मक और नकारात्मक स्वरूप में है। शंभु और दुर्गा के रूप में है। जब तक दोनों ऊर्जा वैधानिक रूप से मिश्रित रूप नहीं होंगी, इस्तेमाल में न आ सकेंगी। negative और पॉज़िटिव energy समझ लें। स्त्री पुरुष समझ लें। बिजली के दोनों छिद्रों से दो अलग ऊर्जा जब किसी device में प्रवाहित होती है, तो वो यंत्र सक्रीय हो जाता है। पर ये दोनों direct नहीं मिल सकतीं, बल्कि, एक प्रक्रिया के तहत ही एक दूसरे से संयोग कर सकती हैं। सीधे मिलने पर फ़्यूज उड़ जाता है। शंभु और दुर्गा तन्त्र शास्त्र यानी विज्ञान का मुख्य पक्ष है। तन्त्र के उपासकों को और इस विज्ञान के वैज्ञानिकों को आप दुर्गा दुर्गा या शंभो शंभो या शंभु शंभु जपते हुए पायेंगे।

  • Jai Saddguru Shri💕🙏🏻🌺
  • Jay gurudev
  • Jai guru Dev
  • Jai guruji
  • जय गुरुदेव

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