October 5, 2019 महागौरी सहस्त्रार चक्र की मध्यशक्ति है, जो अभय मुद्रा, वर मुद्रा, डमरू और शूल से हमें महाध्वनि अर्थात् परम नाद यानी शब्द से जुड़ने व जोड़ने की प्रेरणा देती है।-सदगुरुश्री