मैंने तुम्हें बार बार आगाह किया कि भयभीत मत होना। विश्वास रखना। पर तुम हो कि मानते ही नही।
एक बार मौत ने शहर के फ़क़ीर को बताया कि वो सौ लोगों की जान लेने आई है। पर वहाँ दस हज़ार लोग मर गए। फ़क़ीर ने जब पूछा कि तूने ऐसा क्यों किया तो मौत ने कहा मैंने तो सौ की ही जान ली। बाक़ी तो डर से मर गए।
किसी समस्या से ज़्यादा ख़तरनाक समस्या का भय होता है।
-परम पूज्य सदगुरुश्री..