मैं क्या हूँ, कौन हूँ इसे जानना ज़रूरी नहीं है।
तुम क्या हो, कौन हो और मौत के बाद जाओगे कहाँ, ये जानना अनिवार्य है। हर आती-जाती साँस के साथ तुम मृत्यु की तरफ़ बढ़ते चले जा रहे हो।
एक दिन ऐसा आएगा जब तुम नंगे बेजान पड़े रहोगे। तुम्हारा माल दूसरों का हो चुका होगा और उस झूठे धन को हासिल करने के लिए किए गए कर्मों के बोझ के तले तुम दबे कराह रहे होगे।
-सदगुरुश्री
- 🙏🙏
- Jai GuruDev 🙏🏻💕🌺
- Jai Saddguru Prabhu 🙏🏻💕🌺