यदि तुम्हारा मन तुम्हे ध्यान में उतरने ना दे, साधना पर बैठने ना दे तो सदगुरु को ह्रदय से पुकारो। आवाज़ दो। कर्मों का कूड़ा कचरा साफ होने लगेगा। धीरे धीरे लौ जल उठेगी। और तुम अन्तर के शब्दों से रूबरू होने लगोगे। आंतरिक शब्द व प्रकाश तुम्हारे भीतर प्रकट होने लगेंगे। तब तुम्हे सदगुरु की दया का आभास होने लगेगा।
-सदगुरुश्री
- Jaigurudev 🙏 🙏
- जय गुरुदेव दयाल सदगुरु श्री परमात्मा।
- सतगुरु जय गुरुदेव कोटी कोटी प्रणम मेरे सतगुरु की चरणो मे 🌺🌺🌺🌺🌺👏👏👏
- Jay gurudev
- 🙏🙏🙏🙏🙏