सदगुरु वही कहेगा, जो सत्य है और तुम्हारे हित में है।
एक बात समझ लो कि सदगुरु से बड़ा तुम्हारा हितैषी जगत में कोई भी नही है।
अगर तुम्हें उसकी बात बुरी लगती है, तो लगती रहे।
पर जो सच्चाई है, वो तो उसे बताना ही होगा।
दर्पण को दोष मत दो,चेहरे से धूल साफ़ करो।
आँख मूँदने से सच न बदलेगा।
यदि तुम्हें…
