जयगुरुदेव।
शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे की कड़कड़ाती ठंड से काँपते टोरंटो के कोहरा ओढ़े आसमान की लाचार सी धूप में आवारा पंछी की तरह उड़ते हुए एयर कनाडा से अभी अभी टेक्सास, अमेरिका के सबसे बड़े शहर ह्यूस्टन में उतरा हूं। मेरी नज़र में एयर कनाडा विश्व की चुनिंदा सर्वश्रेष्ठ एयर लाइंज़ में से एक है। ५ महीने और १६ दिनों के पश्चात् मेरी पुनर्वापसी है इस ह्यूस्टन शहर में।

एयरपोर्ट पर आदरणीय देवी जी रुंगटा के साथ मंजू जी और तीनों प्यारे बच्चे मानव, मानसी और मान्या पहनावे के रंग से मिलते जुलते दूधिया गुलाबों के साथ पहले से ही मौजूद थे। दिल को छूने वाली इन अनुभूतियों को बयां करना कठिन है। जॉर्ज बुश इंटरनेशनल एयरपोर्ट से Bellaire में उनके ख़ूबसूरत घर की तरफ़ बढ़ रहा हूं। जहां पिछली मर्तबा तक़रीबन पौने दो महीने गुज़रे थे। घर पर आदरणीय देवी जी रुंगटा के दर्शन होंगे। डॉक्टर मनीष जी रुंगटा से आज शाम को मुलाक़ात होगी। इन्ही लोगों के प्रेम और अपनेपन की पराकाष्ठा ने ही मुझे पुनः यहाँ खींच लिया है।

बाहर बड़ी उत्सुकता से यहाँ वहाँ देख रहा हूँ। इसका राज़ आज खोल ही देता हूँ। दरअसल इस शहर में मुझे अपने सदगुरु की मौजूदगी बार बार महसूस होती है। इससे ज़्यादा कुछ कहूँगा तो हिंदुस्तान में हंगामा बरप जाएगा। पर जो साधक है, अभ्यासी हैं, वो मेरी बात का मर्म अच्छी तरह जानते हैं। इसके आगे का रहस्य अगर गुरु महाराज का आदेश हुआ या वक़्त आया तब बयां करूँगा।

ह्यूस्टन, अमेरिका के टेक्सास स्टेट का एक बड़ा शहर है, जो Galveston Bay तक फैला हुआ है। यह शहर अंतरिक्ष केंद्र नासा के coastal visitor center और astronaut training के flight control complex से जुड़ा हुआ है। तेल की बात होते ही ज़ेहन में अरब देशों की तस्वीर उभरती है। पर आज आपको एक मज़े की बात बता दूँ कि विश्व में तेल का बड़ा ‘खेल’ खाड़ी देशों में नहीं, यहाँ होता है। यह नगर और प्रांत तेल के शतरंजी खेल का प्यादा नहीं, वज़ीर है। ये शहर मेडिकल रीसर्च के चुनिंदा उन बड़े शहरों में से एक है, जो पूरे विश्व के इलाज को नई दिशा देता है। सोच रहा हूँ कि झूठे राजनैतिक मुद्दों से बाहर निकल कर काश ऐसे रीसर्च सेंटर्स हमारे देश में भी स्थापित हो पाते, तो हमारे देश की दशा और दिशा बदल जाती। प्रसिद्ध ह्यूस्टन ग्रैंड ओपेरा का संबंध इसी ऐतिहासिक शहर से तो है ही, 19वीं सदी के विलक्षण आर्किटेक्चर और upscale restaurant की कशीदाकारी इस ह्यूस्टन शहर को अलग ही तेवर और कलेवर प्रदान करती है।
अनोखी बात ये है कि यहाँ तक़रीबन एक नहीं सैकड़ों हिन्दू मंदिर भारतीय आध्यात्म का नगाड़ा पहले से ही बजाए हुए हैं। मैं इस महान शहर में आध्यात्म का सूत्रपात करने नहीं, पहले से ही विद्यमान आध्यात्मिक मूल्यों को और ज़्यादा धारदार बनाने और उन बीजों से अंकुरित पौधों की देखभाल की चाहत संजोये, तथा अपने गुरु महाराज का महान संदेश सुनाने के लिए प्रभु और सदगुरु के द्वारा खींच कर लाया गया हूं।

प्रणाम।
जयगुरुदेव।

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