February 18, 2020 संदेह तेज़ाब है। यह सारे रिश्ते-नातों को नष्ट कर लौकिकता को तो छीन ही लेता है, अंतर के आकाश को भी मलीन करके आध्यात्म के पवित्र पथ से भी विमुख कर देता है।-सदगुरुshri..