4-5 दिन पहले की बात है। तारीख़ थी 16 अगस्त। परम पूज्य सदगुरुश्री गुरुधाम में कुछ करीबी लोगों के साथ बैठे हुए थे। अचानक गंभीर होकर बोले कि दो-चार दिन में कोई बड़ा आदमी जाने वाला है। किसी को कुछ समझ में न आया। लगा कि कोई नेता होगा। कई नेता बीमार भी हैं आजकल।…

जड़ मस्तिष्क से वहाँ की तो कल्पना भी मुमकिन नही है। सचखंड के ऊपरी मुहाने से लेकर निचले मक़ाम तक चहुँओर सुरतों का मालिक यानी राधाओं का स्वामी विराजमान है। उसका स्वरूप विलक्षण है। बड़ा भव्य। अति दिव्य। उसके हर रोम में करोड़ों सूर्यों से ज़्यादा नूर है। वहाँ हर सुरत झूम रही है। आनन्द…

आप जहां से आए हो वो सार लोक है। उसे ही संतों ने सत्तलोक, सच खंड, पूर्ण ब्रह्मस्थान और मूल लोक कहा। उस अनोखे धाम में अपार आनन्द है। वहाँ शब्दों की दो धार है। एक सीधे ऊपर की ओर खिंचती हुई और एक धार विस्तार लेती हुई। सचखण्ड में कहीं लंबी लम्बी ऊपर की…

ये मृत्युलोक आपका घर नही है। यहाँ से तो आपको एक दिन जाना पड़ेगा। आप जहां से आए हो, वो सच खंड है। वो सत्त का लोक है। आपका निज धाम है। ये नीचे के सारे मसाले, रस, रसायन सब आपके धाम से ही नीचे उतरे गए। आपका लोक बहुत विलक्षण है। नीचे के समस्त…

Saddguru ShriYesterday at 1:15 PMये मृत्युलोक आपका घर नही है। यहाँ से तो आपको एक दिन जाना पड़ेगा। आप …जहां से आए हो, वो सच खंड है। वो सत्त का लोक है। आपका निज धाम है। ये नीचे के सारे मसाले, रस, रसायन सब आपके धाम से ही नीचे उतरे गए। आपका लोक बहुत विलक्षण…

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Saddguru ShriToday at 1:50 AMशब्दों की धार पकड़ कर पंच तत्वों और तीन गुणों के जाल से बाहर निकल कर… श्रीकृष्ण ब्रह्म को प्राप्त करना ही वास्तविक जन्माष्टमी है। आपको जन्माष्टमी की शुभ कामनाएं। – परम पूज्य सदगुरुश्री.. See More

Press alt + / to open this menu सवाल जवाब: हथेली पर इसका चिन्ह देता है कुशल प्रशासक होने का संकेतआपके भविष्य का आइना है आपकी राशि (कुंभ) कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय व चतुर्थ चरण, शतभिषा के चारों चरण और प….