मेरा न कोई मठ, न आश्रम।
मैं न तो तुमसे सेवा कराता हूँ, न तुमसे तुम्…हारी कमाई में हिस्सा माँगता हूँ।
मैं न तुम्हारे पास बार-बार आता हूँ, न तुम्हें बार-बार अपने पास बुलाता हूँ।
मैं तो तुम्हें अनंत जन्मों की नींद से जगाता हूँ।
-परम पूज्य सदगुरुश्री See More