Saddguru ShriYesterday at 2:46 PMपंचभौतिक देह मिटने के बाद दैहिक जीवन में बने प्रियजन, प्रियतम व प्रि…य वस्तुओं के बिछोह के साथ अस्थायी शरीर की स्थिति प्रेत है। पंचभौतिक देह के त्याग के बाद रूह में देह नष्ट होने के बाद भी काम, क्रोध लोभ, मोह, अहंकार, तृष्णा औरक्षुधा शेष रह जाती है। सपिण्डन के…


Saddguru ShriYesterday at 2:46 PMपंचभौतिक देह मिटने के बाद दैहिक जीवन में बने प्रियजन, प्रियतम व प्रि…य वस्तुओं के बिछोह के साथ अस्थायी शरीर की स्थिति प्रेत है। पंचभौतिक देह के त्याग के बाद रूह में देह नष्ट होने के बाद भी काम, क्रोध लोभ, मोह, अहंकार, तृष्णा औरक्षुधा शेष रह जाती है। सपिण्डन के…

Saddguru ShriAugust 24 at 10:38 AMतुम नही तुम्हारी देह जन्मी है। जो पैदा हुआ है वो फ़ना होगा ही। पर तु…म नही मिटोगे। रहोगे। सदा। सर्वदा। मेरी भी देह उत्पन्न हुई है। कल मिट ही जाएगी। पर ध्यान रखना, मैं था, हूँ, और रहूँगा। तुममें। तुम्हारे भीतर। यत्र-तत्र-सर्वत्र। तुम मेरे हो। मैं तुम्हारा हूँ। समय…

Saddguru ShriYesterday at 1:15 PMये मृत्युलोक आपका घर नही है। यहाँ से तो आपको एक दिन जाना पड़ेगा। आप …जहां से आए हो, वो सच खंड है। वो सत्त का लोक है। आपका निज धाम है। ये नीचे के सारे मसाले, रस, रसायन सब आपके धाम से ही नीचे उतरे गए। आपका लोक बहुत विलक्षण…

Saddguru ShriToday at 1:50 AMशब्दों की धार पकड़ कर पंच तत्वों और तीन गुणों के जाल से बाहर निकल कर… श्रीकृष्ण ब्रह्म को प्राप्त करना ही वास्तविक जन्माष्टमी है। आपको जन्माष्टमी की शुभ कामनाएं। – परम पूज्य सदगुरुश्री.. See More

Saddguru ShriJuly 24 at 1:31 PMद्वारिकाधीश की द्वारिका यानी ब्रह्म लोक को पार करना नामुमकिन सा है। …वहाँ इतना आकर्षण है, इतना खिंचाव है, जितना नीचे कहीं भी नहीं था। ब्रह्म का नियंत्रण जब कम होता है, माया सबल हो जाती है। जब माया से कोई जीव छूटता है, तो ब्रह्म उसे खींच लेते हैं।…

Saddguru ShriJuly 24 at 1:31 PMद्वारिकाधीश की द्वारिका यानी ब्रह्म लोक को पार करना नामुमकिन सा है। …वहाँ इतना आकर्षण है, इतना खिंचाव है, जितना नीचे कहीं भी नहीं था। ब्रह्म का नियंत्रण जब कम होता है, माया सबल हो जाती है। जब माया से कोई जीव छूटता है, तो ब्रह्म उसे खींच लेते हैं।…

Saddguru ShriYesterday at 1:31 PMद्वारिकाधीश की द्वारिका यानी ब्रह्म लोक को पार करना नामुमकिन सा है। …वहाँ इतना आकर्षण है, इतना खिंचाव है, जितना नीचे कहीं भी नहीं था। ब्रह्म का नियंत्रण जब कम होता है, माया सबल हो जाती है। जब माया से कोई जीव छूटता है, तो ब्रह्म उसे खींच लेते हैं। -परम…

Saddguru ShriYesterday at 7:39 AMमेरा न कोई मठ, न आश्रम। मैं न तो तुमसे सेवा कराता हूँ, न तुमसे तुम्…हारी कमाई में हिस्सा माँगता हूँ। मैं न तुम्हारे पास बार-बार आता हूँ, न तुम्हें बार-बार अपने पास बुलाता हूँ। मैं तो तुम्हें अनंत जन्मों की नींद से जगाता हूँ। -परम पूज्य सदगुरुश्री See More

Saddguru ShriYesterday at 8:59 PMhttps://navbharattimes.indiatimes.com/…/Saddguru ShriJuly 11 at 4:43 PMक्या पंचभौतिक देह के अलावा भी है कई देह? जाने परम पूज्य सदगुरुश्री स…े। नवभारत टाइम्स मुम्बई, रविवार, 12 जुलाई 2020 http://epaper.navbharattimes.com/imagev… See MoreSaddguru ShriJuly 11 at 9:49 AMक्या है भजन का वास्तविक अर्थ? जाने परम पूज्य सदगुरुश्री से। प्रभात ख…बर, शनिवार, 11 जुलाई 2020 https://epaper.prabhatkhabar.com/…/City……